नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रोजगार मेला’ के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लगभग 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए लोगों को संबोधित भी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘आज 70 हजार से ज्यादा युवाओं को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी मिली है। आप सभी युवाओं को, आपके परिजनों को बहुत-बहुत बधाई। हमारी सरकार विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। आज का नया भारत, अब जिस नई नीति और रणनाति पर चल रहा है, उसने देश में नई संभावनाओं और नए अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, बीजेपी शासित राज्यों में तेजी से रोजगार दिए जा रहे हैं। ये आज का रोजगार मेला भी इसी कड़ी में एक बड़ी सौगात है। पूरी दुनिया कोविड के बाद मंदी से जूझ रही है, ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था गिर रही है, लेकिन इस सबके बीच भारत को दुनिया एक ब्राइट स्पॉट के तौर पर देख रही है।’
पीएम मोदी ने इस दौरान पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा, एक समय था जब भारत टेक्नोलॉजी हो या इंफ्रास्ट्रक्चर, सबमें रिएक्टिव अप्रोच के साथ काम करता था, लेकिन अब 2014 के बाद से प्रो-एक्टिव अप्रोच अपनाई है। इसका नतीजा ये हुआ कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक, रोजगार और स्वरोजगार वो अवसर पैदा कर रहा है, जिनकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, इस दौरान रोजगार के तमाम अवसर बन रहे हैं। स्टार्ट अप को लेकर भारतीय युवाओं में गजब का उत्साह है। इसके जरिये डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तमाम तरीके से रोजगार के अवसर बने। ड्रोन इंडस्ट्री में देश आगे बढ़ रहा है। स्पोर्टस के क्षेत्र में भी बेहतर प्रदर्शन, खेल संबंधी बजट में बढ़ोतरी की गई है।’
प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा, 8-9 सालों में भारत में 30 हजार एलएचबी कोच बने। इससे तमाम रोजगार के अवसर बने। खिलौना उत्पादन के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और आज स्वदेशी खिलौने बनाए जा रहे हैं। अब भारत में सैन्य हथियार बनेंगे, और भारतीय कंपनियों से ही खरीदे जाएंगे, इससे रोजगार के हजारों अवसर पैदा हुए।
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के समय ज्यादातर मोबाइल फोन इम्पोर्ट किए जाते थे। आज अगर 2014 से पहले वाली स्थिति होती तो करोड़ो रुपये फारेक्स में बर्बाद होते। आज भारत में मोबाइल बन रहे और हम बाहर एक्पोर्ट भी कर रहे हैं। वहीं रेल, सडक़ आदि के क्षेत्र में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए जानी जाती है। हमारी सरकार में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट 4 गुना बढ़ा है। अभी हम हर महीने 6 किलोमीटर की मेट्रो लाइन बना रहे हैं। पहले 2014 से ये आंकड़ा मीटर में होता था और अब हम किलोमीटर में बना रहे हैं।’
बता दें कि रोजगार सृजन को मुख्य प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता पूरी करने की दिशा में यह रोजगार मेला महत्वपूर्ण कदम है। इसी कड़ी में नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के अधिकार क्षेत्र में ‘रोजगार मेला’ तीन अलग-अलग स्थानों- असम में गुवाहाटी, उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी और नगालैंड के दीमापुर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में गुवाहाटी में 207, दीमापुर में 217 और सिलीगुड़ी में 225 उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी विभागों से नियुक्ति पत्र सौंपे गए। पीएमओ ने कहा कि देश भर से चयनित युवाओं को भारत सरकार के तहत जूनियर इंजीनियर, लोको पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर एकाउंटेंट, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर तैनाती दी गई।