नई दिल्ली। अडानी ग्रुप पर वित्तीय फ्रॉड के आरोपों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोलते हुए सोमवार को सडक़ से लेकर संसद तक प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। एक ओर जहां संसद परिसर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं ने गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर पार्टी की यूथ विंग, भारतीय युवा कांग्रेस अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेगी।इसके साथ ही इस मौके को बिना गंवाए कांग्रेस सोमवार को पूरे देश में एसबीआई और एलआईसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पार्टी की युवा इकाई भी दिल्ली के एसबीआई शाखाओं के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगी। एक दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ऐलान किया था कि कांग्रेस पार्टी 6 फरवरी को पूरे देश में एसबीआई और एलआईसी के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करेगी।
दरअसल कांग्रेस का कहना है कि गड़बड़ी की वजह से अडानी ग्रुप के शेयरों में जो गिरावट आई है उसका असर आम आदमी पर पड़ेगा। क्योंकि एसबीआई और एलआईसी ने भी इसमें निवेश कर रखा है। वहीं कांग्रेस समेत तामाम वीपक्षी दलों का कहना है कि अडानी ग्रुप के मुद्दे पर बात करने के लिए संसद में उन्हें एक मिनट का भी समय नहीं दिया गया। सरकार जान बूझ कर इस मुद्दे पर चुप है।विपक्ष मोदी सरकार से इस बारे में जवाब चाहता है। वहीं कई सांसदों ने संसद में कार्य निलंबन प्रस्ताव रखकर इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की मांग की है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लंबे समय से अडानी ग्रुप को लेकर मोदी सरकार पर भी तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं।