भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही तकरार तेज हो गई है, इस बार सदन में ई बजट पेश किए जाने की तैयारी है, और इसको लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। विधानसभा में इस बार पेपरलेस बजट पेश किया जाना है यानि कि ई बजट होगा, विधायकों को इसके लिए टेबलेट भी दिए जाएंगे, इतना ही नहीं विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाना भी प्रस्तावित है मगर इस को लेकर कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने हमला बोला है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने तो यहां तक कहा है कि वे विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध करेंगे कि सदन में अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य तबके के विधायक हैं और वे पूरी तरह से डिजिटल की जानकारी नहीं रखते। डिजिटल बजट का फैसला तानाशाही है। कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष के बयान पर भाजपा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने हमला बोला और कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग का अपनाम किया है।
वहीं विधानसभा में एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जब कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी और कुणाल चैधरी अपने कंधे पर रखकर हाल लेकर पहुंचे, मगर उन्हें सदन के अंदर हल लेकर जाने से रोक दिया गया। आखिर पटवारी सदन में हल लेकर क्यों जाना चाहते थे इस पर उनका कहना है कि सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, मगर किसानों की हालत खराब है उन्हें उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है लिहाजा वे सदन में किसानों की मांग उठाना चाहते हैं इसलिए हल लेकर आए।