भोपाल। बिजली बिल का भुगतान नहीं करना उपभोक्ताओं को भारी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि बिजली वितरण कंपनियां बिल नहीं जमा करने वाले उपभोक्ता के खिलाफ सख्ती दिखाना शुरू कर चुकी हैं।बता दें कि बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के राजस्व खाते में बकाया राशि दर्ज की जा रही है। ऐसे में अगर उपभोक्ता कभी अपनी जमीन बेचते हैं, तो उन्हें पहले बकाया राशि जमा करानी पड़ेगी।
भिंड-मुरैना जिले में ऐसे 16,000 से अधिक उपभोक्ता हैं, जिन पर बिजली कंपनी की एक लाख रुपये से अधिक राशि बकाया है। भिंड-मुरैना जिले के 16,000 में से 120 बकायादारों के राजस्व रिकॉर्ड में बकाया राशि दर्ज की गई है। इस क्षेत्र में विद्युत कंपनी का 197 करोड़ रुपये बकाया है।सबसे ज्यादा बिजली चोरी और बकायादार भिंड-मुरैना जिले में हैं। जिसे देखते हुए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने उसके राजस्व रिकॉर्ड में बिजली बिल की बकाया राशि दर्ज करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा भोपाल सहित आसपास के जिलों में भी बिजली चोरी रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिन ट्रांसफार्मरों से सबसे अधिक बिजली चोरी हो रही है। उन्हें बंद किया जा रहा है। वहीं, खंभों को भी आइसुलेट किया जा रहा है, ताकि सर्विस लाइन से डग्गे न डाले जा सकें।