देहरादून। उत्तराखंड में 24 घंटे में कई स्थानों पर हुई बारिश के बाद भी जंगलों की आग से राहत नहीं मिली। उल्टा तेज हवाओं के चलते आग ने विकराल रूप ले लिया। इसके चलते 25 स्थानों पर आग लगी, जबकि छिटपुट बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी। मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को कुमाऊं में 21 गढ़वाल में तीन और आरक्षित वन क्षेत्र में एक जगह आग लगने की घटना दर्ज की गई।
इनमें करीब 27 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ, जबकि 70 हजार दो सौ रुपये की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया है। इस वनाग्निकाल में अब तक कुल 221 घटनाएं सामने आईं, इनमें 299 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। वहीं, आठ लाख 76 हजार 160 रुपये की क्षति का आकलन किया गया है। गढ़वाल में 80, कुमाऊं में 123 और आरक्षित वन्यजीव विहार क्षेत्र में 18 घटनाएं हो चुकी हैं। मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने इसकी पुष्टि की है।