Breaking News
शारदीय नवरात्र के नवम् दिवस पर सीएम धामी ने किया कन्या पूजन 
दांतों की बीमारी से हो सकता है कई बीमारियों का खतरा
मुख्यमंत्री ने जनता मिलन कार्यक्रम में सुनी जनसमस्याएँ
उत्तराखंड प्रांतीय सिविल सेवा में चयनित अभ्यर्थियों ने सीएम का जताया आभार 
शीतकाल के लिए दो नवंबर को बंद किए जाएंगे गंगोत्री धाम के कपाट
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने महानवमी के सुअवसर पर किया कन्या पूजन 
दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को मिला साहित्य के क्षेत्र में 2024 का नोबेल पुरस्कार 
जमीन खरीद की डिटेल सात दिन में शासन को भेजें- मुख्य सचिव
आसमान छू रहे सब्जियों के दाम, घरों में खाने की थाली कमजोर कर रही महंगाई 

एलओसी के पास आतंकियों का जमावड़ा, कश्मीर में जी20 बैठक से पहले पाक का डर्टी गेम शुरू

नई दिल्ली। कश्मीर में जी20 बैठक होने से पहले पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों पर उतर आया है। दरअसल जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान की घटिया साजिश का खुलासा हुआ है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना ने आंतकियों की मदद के लिए नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पांच कंट्रोल रूम कायम किए हैं। खुफिया जानकारी के मुताबिक ये कंट्रोल रूम भिम्बर, नीलम वैली, लीपा वैली, रावलकोट और मुजफ्फराबाद में बनाए गए हैं। इन कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी रखी जाएगी कि कैसे आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ करवाना है। इसका मकसद भारत की सेना के जवानों की मूवमेंट के बारे में आतंकियों को जानकारी भी देना है।

खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि पाकिस्तान ने अपने सभी लांच पैड को एक्टिव कर दिया है। खुफिया जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने सभी आतंकी लॉन्च पैड्स को नियंत्रण रेखा के करीब कर दिया है। इसके लिए ठिकाने इस तरह चुने गए हैं कि हर लॉन्च पैड भारतीय सीमा से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। पाकिस्तान ने कश्मीर में घुसपैठ बढ़ाने के लिए ऐसा किया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक नक्शे के हिसाब से उनके पास भारत में घुसपैठ करने के कई रास्ते हैं। ये रास्ते भारतीय सेना की किसी भी गोलीबारी से बचने और उनको उलझाए रखने के लिए हैं।

खुफिया सूत्रों ने कहा कि इन आतंकवादियों की घुसपैठ आईएसआई के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। पाकिस्तानी सेना बाद में इनके लिए ड्रोन के जरिये हथियारों को सीधे भारत में गिरा सकती है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक ये हथियार टारगेट किलिंग के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों के कई विदेशी आतंकवादी पहले से ही कश्मीर में मौजूद हैं। ऐसे आतंकियों ने ही हाल में सेना की एक ट्रक को अपना निशाना बनाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top