निश्चित ही जब किसी कार्य में जनसहभागिता का संकल्प जुड़ता है, तो परिणाम भी सजीव होकर सामने आने लगते – त्रिवेंद्र सिंह रावत
देहरादून। संसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लक्सर, हरिद्वार की ऐतिहासिक बाण गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए सफाई अभियान की शुरुआत की। संसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि निश्चित ही जब किसी कार्य में जनसहभागिता का संकल्प जुड़ता है, तो परिणाम भी सजीव होकर सामने आने लगते हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य आज लक्सर, हरिद्वार की ऐतिहासिक बाण गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के हमारे पवित्र प्रयास की शुरुआत में देखने को मिला। मन भावुक है, संतुष्टि से भरा है और एक नई ऊर्जा से ओतप्रोत है।
उन्होंने आगे कहा कि आज के युग में प्लास्टिक का अंधाधुंध उपयोग और उसका लापरवाही से नदी-नालों में फेंका जाना न केवल पर्यावरण को गहरे ज़ख्म दे रहा है, बल्कि यह मानवीय जीवन के लिए गंभीर बीमारियों को भी न्यौता दे रहा है। जब भी किसी को नदियों या नालों में प्लास्टिक फेंकते देखता हूँ, तो ऐसा लगता है जैसे किसी ने दिल के भीतर तक चोट पहुँचा दी हो — एक टीस, एक पीड़ा जो शब्दों में बयान नहीं की जा सकती। मैं आप सभी से विनम्र आग्रह करता हूँ कि हम सब मिलकर प्लास्टिक से दूरी बनाने का संकल्प लें।
इसे अपनी दिनचर्या से जितना संभव हो, दूर रखें और उसके निस्तारण की जिम्मेदारी भी स्वयं उठाएँ। यह केवल एक आदत नहीं, बल्कि हमारे बच्चों को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर भविष्य देने का हमारा साझा उत्तरदायित्व है। बाण गंगा पुनर्जीवन अभियान से जुड़े हर एक सहभागी को मेरा दिल से आभार। आप सभी की प्रतिबद्धता और सहयोग ही इस परिवर्तन की असली शक्ति है।
चलिए, मिलकर एक ऐसा कल रचें, जिस पर आने वाली पीढ़ियाँ गर्व कर सकें।