इस्लामाबाद। बैंकर, मुक्केबाज और दो बच्चों की मां नैला कियानी ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लिया। इसी के साथ वह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर अपने मुल्क का झंडा फहराने वाली दूसरी पाकिस्तानी महिला बन गई हैं। वह पसांग तेम्बा शेरपा के साथ सुबह 8.02 बजे 8,849 मीटर की ऊंचाई पर पहुंचीं। वह एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली पहली गैर-नेपाली पर्वतारोही भी बन गई हैं। समीना बेग 2013 में एवरेस्ट फतह करने वाली पाकिस्तान की पहली महिला पर्वतारोही थीं।
नैला कियानी एकमात्र पाकिस्तानी महिला हैं, जिन्होंने दो साल के भीतर पांच ऐसे पहाड़ों पर चढ़ाई की, जिसमें ऊंचाई आठ मीटर से ज्यादा है, इसमें अब माउंट एवरेस्ट भी शामिल है। इससे पहले उन्होंने नेपाल में अन्नपूर्णा के2, गाशरब्रम एक और दो पर चढ़ाई की थी। वह अब 8,516 मीटर ऊंचे ल्होत्से को फतह करने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं, जो उनकी नेपाल की यात्रा में चौथा सबसे ऊंचा पर्वत है।
नैला उन दो पाकिस्तानी पर्वतारोहियों में शामिल थी, जिन्हें पिछले महीने अन्नपूर्णा पर्वत पर जाते समय बचा लिया गया था। उनके साथ दुनिया के सबसे कम उम्र के पर्वतारोही शेहरोज काशिफ भी नेपाल में 8,091 मीटर ऊंची चोटी की चढ़ाई पर थे। पहाड़ की चोटी पर पहुंचने के एक दिन बाद दो पर्वतारोहियों को बचाया गया, क्योंकि खराब मौसम के कारण उनका डिसेंट बाधित हो गया था। अन्नपूर्णा की चढ़ाई के साथ कियानी दक्षिण एशिया की पहली महिला बनीं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।