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उत्तरकाशी के जंगल में गुब्बारों के साथ उड़कर आया पाकिस्तान का बैनर, केंद्रीय एजेंसियों ने शुरू की जांच

उत्तरकाशी। सीमांत जनपद उत्तरकाशी के तुल्याडा गांव के पास झाड़ियों में पाकिस्तानी झंडा, लाहौर बार एसोसिएशन का बैनर और एक मोटी रस्सी से बंधे 100 से अधिक गुब्बारों के मिलने के मामले की केंद्रीय और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां ने जांच शुरू कर दी हैं।

पाकिस्तान के लाहौर से कैसे उत्तरकाशी में झंडे और गुब्बारे पहुंच गए, यह जांच का विषय है। पूर्व सैन्य अधिकारियों के अनुसार यह एक साजिश भी हो सकती है।

उधर, उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है। इसकी जानकारी आइबी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को दे दी गई है। केंद्रीय एजेंसियों की ओर से इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों व पूर्व सैनिकों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। पूर्व सैनिकों को अंदेशा है कि इसके पीछे कुछ ना-पाक व्यक्तियों की इस शांतिप्रिय क्षेत्र में अशांति फैलाने की साजिश भी हो सकती है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पूर्व प्राचार्य एवं भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) ने कहा कि इस मामले की गहनता से हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच की जरूरत है।

मेजर आरएस जमनाल (सेनि) ने कहा कि गुब्बारों का साइज छोटा है, इसीलिए इतनी दूर से गुब्बारे उड़कर आना संभव नहीं है। यह इस शांतिप्रिय क्षेत्र में अशांति फैलाने की ना-पाक हरकत भी हो सकती है। उत्तरकाशी से 122 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) चीन से लगी है। इस लिहाज से सामरिक दृष्टि से उत्तरकाशी संवेदनशील जनपदों में है।

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