झारखंड। गोला के चर्चित प्रियांशु हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। प्रियांशु की हत्या में शामिल रोशन कुमार की प्रेमिका ने घटना के दिन यानी 26 जनवरी को प्रियांशु को अपने मोबाइल से फोन किया था। उसने नाम बदलकर प्रियांशु से बात की और उसे बातों में उलझाकर नहर के पास बुलाया। प्रियांशु से बात के दौरान लड़की ने रोशन को भी कॉन्फ्रेंस पर रखा था। उसने बड़ी चालाकी से प्रियांशु को अपनी बातों में उलझाकर उसे किसान हाई स्कूल डभातु के नहर की तरफ बुलवाया। इसके बाद जैसे ही प्रियांशु वहां पहुंचा, आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया और शव को कुएं में डाल दिया। पुलिस जांच में यह तथ्य उभरकर सामने आया है।इधर, मंगलवार को मृतक युवक प्रियांशु के पिता व्यवसायी मनोज कुमार ने एसपी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक, गोला थाना प्रभारी सिद्धांत और केस के आईओ एसआई विक्रम सिंह उनके बेटे की हत्या में शामिल लड़की सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी में कोताही बरत रहे हैं। पुलिस ने केवल हत्या में शामिल एक अपराधी रोशन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
मृतक के पिता ने पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, डीजीपी और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दिल्ली को सौंपी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके बेटे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट है कि उसकी हत्या कई लोगों ने मिलकर की है लेकिन पुलिस ने केवल एक ही अपराधी को पकड़ा है। पुलिस अनुसंधान अन्य आरोपितों को बचाने में लगी है।उन्होंने कहा कि हत्या में गिरफ्तार किए गए रोशन कुमार ने पुलिस को बयान दिया कि उसने अपनी प्रेमिका को एक षड्यंत्र के तहत ही प्रियांशु का नंबर देकर उसे सुनसान स्थान में बुलाया था।
हत्या में पूरी तरह से उसकी प्रेमिका भी शामिल है। साथ ही तीन चार लोगों ने मिलकर उसकी हत्या की है। इसलिए उसकी प्रेमिका सहित अन्य संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी की जाए। एसडीपीओ रामगढ़ किशोर कुमार रजक ने कहा कि प्रियांशु हत्याकांड की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। इस हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी होगी। पुलिस इसके लिए साक्ष्य जुटाने में लगी है। पुलिस हत्या के मुख्य आरोपी को जेल भेज चुकी है। पुलिस अनुसंधान में किसी तरह की कोताही नहीं बरत रही है।