देहरादून। सूबे की राजधानी से एक अच्छी खबर आई है। प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण एक कीर्तिमान हासिल किया है। प्रदेश भर में अब तक 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। शत प्रतिशत कार्ड बनाने के लक्ष्य को लेकर प्रयास जारी हैं। स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत इस बात को भली प्रकार समझते हैं कि जन कल्याण की योजनाओं को वास्तविक धरातल पर कैसे उतारा जाता है, और कैसे जन जन तक उन योजना का लाभ पहुंचाया जा सकता है। जहां भी उन्हें अवसर मिला वह हर जगह सफल रहते हैं।
उनका कहना है कि जनहितों में दृढ़ता के साथ समय समय पर जारी दिशा निर्देशों व नियमित मॉनिटरिंग से ही योजनाएं अपने लक्ष्य को हासिल करती हैं। जन स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकताओं में है। शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर भी हम तेजी से काम कर रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखण्ड में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दिनांक 23 सितम्बर 2018 से लागू हुई और अटल आयुष्मान योजना का संचालन 25 दिसम्बर 2018 से शुरू हुआ। बीते समयांतराल में जन-जन को योजना का लाभ देने के लिए जागरूकता अभियान व अन्य कार्यक्रम भी समय समय पर चलाए गए। इसी का नतीजा है कि वर्तमान में प्रदेश में 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इसमें सबसे अधिक 1047988 कार्ड राजधानी देहरादून में बने है। जिन क्षेत्रों में कम कार्ड बने हैं उन्हें फोकस किया जा रहा है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत अभी तक 50 लाख से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं। सभी लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ने के लिए वृहत स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
जनपद आयुष्मान कार्ड
अल्मोड़ा 254045
बागेश्वर 111287
चमोली 193018
चंपावत 110608
देहरादून 1047988
हरिद्वार 840402
नैनीताल 469620
पौड़ी 363698
पिथोरागढ़ 199094
रूद्रप्रयाग 118253
टिहरी 308876
उधम सिंह नगर 806782
उत्तरकाशी 176907
आयुष्मान जन कल्याण की बेहद अहम योजना है। हमारी प्रतिबद्धता है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को स्वास्थ्य निशुल्क सुविधा मिले। अभी तक 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। इसके लिए पूरी टीम को बधाई। कोशिश है कि शत-प्रतिशत लोगों को आयुष्मान से जोड़ने का लक्ष्य भी जल्द हासिल हो जाए। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत भी हम प्रत्येक व्यक्ति की आभा आई बनवा रहे हैं। लोगों को स्वतः ही इस लाभकारी योजना से जुड़ने के लिए आगे आना चाहिए।