Breaking News
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर ब्रह्ममुहूर्त में सुबह चार बजे खुलेंगे आदिबदरी मंदिर के कपाट
अगली बार मिलो तो गले में होना चाहिए गोल्ड मेडल- रेखा आर्या
टिहरी जलाशय से प्रयागराज कुम्भ स्नान के लिए हो रही है पर्याप्त जल की आपूर्ति- महाराज
आशीष ध्यानी बने उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष, कहा पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करना प्राथमिकता
मकर संक्रांति के अवसर पर रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है फिल्म ‘संक्रांतिकी वस्थुन्नम’, अब तक एक लाख से ज्यादा टिकट की हो चुकी है बुकिंग
मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी बस हादसे में मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के दिए निर्देश 
प्रदेश की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर पारंपरिक रूप से करें खिलाड़ियों का स्वागत- सीएम धामी 
निरंजन पीठाधीश्वर श्री श्री १००८ आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी कैलाशानन्द गिरि जी महाराज ने लॉरेन पॉवेल जॉब्स को अपनी शिष्य के रूप में किया स्वीकार 
पर्यटन में नई उपलब्धियों के साथ आगे आ रहा उत्तराखंड

राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही यात्रा कांग्रेस नेता की छवि बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश की स्थिति और माहौल को बदलने के लिए निकाली जा रही- उमर अब्दुल्ला

जम्मू- कश्मीर। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को बनिहाल में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही यात्रा कांग्रेस नेता की छवि बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश की स्थिति और माहौल को बदलने के लिए निकाली जा रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने पर कांग्रेस के रुख में नहीं पड़ना चाहते हैं। श्रीनगर से 120 किलोमीटर दूर बनिहाल पहुंचे अब्दुल्ला ने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हुए क्योंकि उन्हें देश की छवि की ज्यादा चिंता थी। हम किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि देश की छवि के लिए इसमें शामिल हुए हैं।

नेकां नेता ने कहा कि राहुल ने व्यक्तिगत कारणों से यात्रा शुरू नहीं की, बल्कि देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के प्रयासों पर चिंता के कारण पदयात्रा शुरू की। केंद्र सरकार भले ही अरब देशों से दोस्ती कर रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय का इसमें कोई प्रतिनिधि नहीं है।

आजादी के बाद यह पहली बार है कि सत्तारूढ़ दल के पास मुस्लिम समुदाय से संसद का एक भी सदस्य न तो लोकसभा में है और न ही राज्यसभा में। यह उनके रुख को दर्शाता है। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर कांग्रेस के रुख पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हम अदालत में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए केस लड़ेंगे।

जिस तरह से सरकार याचिका की सुनवाई पर अपने पैर खींच रही है, वह बताती है कि हमारा मामला बहुत मजबूत है।  जम्मू-कश्मीर में चुनाव पर कहा कि आठ साल हो गए हैं। पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। जम्मू-कश्मीर में दो चुनावों के बीच यह सबसे लंबा दौर रहा है। आतंकवाद के चरम पर भी ऐसा नहीं था। केंद्र सरकार चाहती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग चुनाव के लिए भीख मांगें। उन्होंने कहा कि हम भिखारी नहीं हैं और हम इसके लिए भीख नहीं मांगेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top