Breaking News
जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की विनेश फोगाट ने मारी बाजी, 6015 वोटों की बढ़त से दर्ज की जीत
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने परिवार संग किये नीब करौरी बाबा के दर्शन , कहा- बाबा के दर्शन कर मिली शांति 
उत्तराखंड परिवहन निगम को मिलेंगी 130 रोडवेज बसें, पर्वतीय मार्गों पर सफर होगा सुखद 
फुटपाथ घेरकर सामान सजाने वाले दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन ने चलाया अभियान 
जल स्रोतों में जल उपलब्धता के लिए “स्प्रिंगशैड मैनेजमेन्ट प्लान” के तहत होगा कार्य- महाराज
कांग्रेस 23 अक्टूबर से शुरू करेगी दिल्ली जोड़ो यात्रा, इन मुद्दों पर दिया जायेगा जोर
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर लागू हो सकता है यूसीसी, नियमों को दिया गया अंतिम रूप
शनाया कपूर इस फिल्म से रख रहीं बॉलीवुड में कदम, विक्रांत मैसी के साथ जमेगी जोड़ी
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी

पर्वतीय जिलों में आज बदलेगा मौसम का मिजाज, इन इलाकों में हल्की बारिश के आसार

देहरादून। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में आज (मंगलवार) को मौसम बदलेगा। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि, तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। इसका असर मैदानी क्षेत्रों में भी पड़ेगा। यहां तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेशभर में 12 दिसंबर को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। जबकि, सुबह के समय मैदानी इलाकों में कोहरा छाया रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, दिसंबर की शुरुआत में हुई हल्की बारिश व बर्फबारी से तापमान में गिरावट आई थी।

उसके बाद करीब एक सप्ताह तक प्रदेशभर का अधिकतम तापमान एक-दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। ऐसे में मंगलवार को ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम बदलने के आसार हैं। पर्वतीय जिलों में बारिश व बर्फबारी होने से मैदानी इलाकों के भी तापमान में गिरावट आएगी। बर्फबारी होने के लिए विंटर बारिश का होना बहुत जरूरी है। लेकिन, नवंबर से लेकर अभी तक कुछ दिनों को छोड़ प्रदेश के किसी भी जिले में खास बारिश नहीं हुई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है बीते साल भी विंटर बारिश न होने की वजह से पर्वतीय जिलों में नवंबर व दिसंबर में बहुत कम बर्फबारी देखने को मिली थी। 12 दिसंबर को अगर पर्वतीय जिलों में विंटर बारिश के अच्छे आंकड़े दर्ज किए गए तो यह बर्फबारी के लिए अच्छा होगा। इससे ग्लेशियर रीचार्ज होने के साथ नदियों का जलस्तर भी बढ़ेगा। उसका सीधा असर आने वाले दिनों के तापमान पर पड़ेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top