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क्या तोड़कर नहीं खानी चाहिए दवाईयां, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बीमार होने पर डॉक्टर हमें दवाईयां देते हैं, कुछ लोग उन दवाईयों को तोडक़र खाते हैं। आधी गोली खाना वे सही मानते हैं।  शायद आप भी ऐसा ही करते हों, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना चाहिए या नहीं, आधी दवा खाना फायदेमंद या नुकसानदायक होता है। अगर नहीं तो चलिए इस आर्टिकल में आज हम आपको बताते हैं कि दवाइयां तोडक़र खाना सेहत के लिए कितना सही है…

क्या दवा तोडकर खा सकते हैं
अगर आप किसी दवा को तोडक़र खाते हैं तो ऐसा करने से पहले उस दवा पर लिखे निर्देशों को पढ़ लें कई बार दवा पर यह लिखा होता है कि उसे तोडक़र खा सकते हैं या नहीं अगर दवा के पीछे निर्देश में यह नहीं लिखा है तो आप डॉक्टर या मेडिकल शॉप से इसके बारें में पूछ सकते हैं. हालांकि, पिल्स या कैप्सूल गलती से भी तोडक़र नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इससे उसके अंदर का पाउडर और डोज कम हो सकता है।

किन दवाओं को नहीं तोडना चाहिए
कुछ गोलियों के पीछे शॉर्ट फॉर्म मे (सस्टेन रिलीज), (कंट्रोल रिलीज) और (एक्सटेंड रिलीज) लिखा होता है। ऐसी दवाईयों को डॉक्टर सीधे निगलने की सलाह देते हैं। इसका साफ मतलब है कि इन दवाओं को न तो तोडक़र, ना ही चबाकर खाना चाहिए। इस तरह के टैबलेट्स शरीर में जाकर धीरे धीरे घुलती है। जिसका असर देर तक रहता है।

किन दवाईयों को तोडक़र खा सकते हैं
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सभी टैबलेट्स तोडक़र नहीं खा सकते हैं, कुछ गोलियों के बीच में एक लाइन बनी होती है। उन टैबलेट्स को तोडक़र खा सकते हैं। इस लाइन की पहचान ही होती है कि इसे आप तोडक़र खा सकते हैं। ऐसे टैबलेट्स को स्कोर टैबलेट कहते हैं। अगर आपको 500 एमजी की दवा खानी है और बाजार में 1,000 एमजी की दवा मिल रही है। अगर उस पर लकीर बनी हुई है तो आप तोडक़र खा सकते हैं।

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