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दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों की सलाह से खुले जंगल में छोड़े जाएंगे चीते

भोपाल। दक्षिण अफ्रीकी देश नामीबिया से सितम्बर 2022 में लाकर कूनो नेशनल पार्क में बाए गए आठ चीतों के बाद अब दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाकर क्वारंटाइन बाड़े में छोड़े गए हैं। इधर, नामीबिया से पूर्व में लाए गए चीतों को दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञों की सलाह पर खुले जंगल में छोड़े जाने की तैयारी है। भारत में चीतों को बसाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इससे वन्यजीव विविधता को बढ़ावा मिला है। पीएम ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र सिंह के ट्वीट को टैग करते हुए कहा कि 12 और चीते मप्र पहुंचने से भारत की वन्यजीव विविधता को बढ़ावा मिला है।

बता दें कि चीता परियोजना के तहत नामीबिया से पहली बार आठ चीते लाए गए थे। जिन्हें कूनो नेशनल पार्क के क्वारंटाइन बाड़े में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं छोड़ा था। इन चीतों को बाड़े में छोड़ा जा चुका है। अब इनमें से तीन चीतों को खुले जंगल में छोउऩे की तैयारी है। पिछले दिनों मादा चीता सासा के बीमार होने के कारण प्रक्रिया रोक दी गई थी। अब दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के साथ आए विशेषज्ञों से सलाह ली जाएगी, यदि वे तैयार हुए तो फिलहाल एक चीते को फरवरी अंत तक खुले जंगल में छोड़ा जा सकता है। इनकी जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से मानीटरिंग की जाएगी। नामीबिया के विशेषज्ञ वहां के जंगल से पकडक़र लाए गए चीतों को जंगल में छोडऩे के लिए पूरी तरह से फिट बता रहे हैं।

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