देहरादून। मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण किए जाने के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए चारधाम यात्रा मार्गों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान ही मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ले ली जाए। साथ ही, यात्रा के दौरान 55 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य की जांच की जाए। इससे कम आयु के लोगों को जो देखने में अस्वस्थ प्रतीत हो रहे हैं, उनका भी मेडिकल चेकअप किया जाए। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के बाद से लगातार यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी एवं क्या करें क्या न करें का कॉल, मैसेज, ऑडियो मैसेज आदि के माध्यम से जानकारियां उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्य सचिव ने पैदल मार्गों में मेडिकल रिलीफ कैंप्स की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने फर्स्ट रेस्पोंडर्स की संख्या भी बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। कहा कि होटल और धर्मशाला संचालकों को भी फर्स्ट रेस्पोंडर्स की व्यवस्था किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। एक ओर जहां होटल आदि में यात्रियों को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को समय पर ठीक किया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर पैरामेडिकल को भी रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को पैरामेडिकल बेरोजगार युवाओं को शॉर्ट टर्म प्रशिक्षण कराए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाओं, फर्स्ट रेस्पोंडर्स, डॉक्टर्स की यूनिफॉर्म निर्धारित की जाए, और यूनिफॉर्म के साथ ही सभी हेल्थ फैसिलिटीज का एक विशेष रंग भी निर्धारित किया जाए ताकि श्रद्धालु दूर से ही इन स्वास्थ्य सुविधाओं और हेल्थ वर्कर को पहचान सकें।
मुख्य सचिव ने कहा कि पिछली यात्राओं में इन स्थानों में कार्य कर चुके लोगों से क्षेत्रों में व्यावहारिक समस्याओं को जानकर उनके निराकरण के लिए योजनाएं तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में कार्य करने के इच्छुक डॉक्टर्स से भी आवेदन मांगे जाएं। इससे चारधाम यात्रा मार्गों में डॉक्टर्स की उपलब्धता में काफी सुधार होगा।
इस अवसर पर सचिव सचिन कुर्वे, आर. राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनिता शाह सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।