Breaking News
फुटपाथ घेरकर सामान सजाने वाले दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन ने चलाया अभियान 
जल स्रोतों में जल उपलब्धता के लिए “स्प्रिंगशैड मैनेजमेन्ट प्लान” के तहत होगा कार्य- महाराज
कांग्रेस 23 अक्टूबर से शुरू करेगी दिल्ली जोड़ो यात्रा, इन मुद्दों पर दिया जायेगा जोर
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर लागू हो सकता है यूसीसी, नियमों को दिया गया अंतिम रूप
शनाया कपूर इस फिल्म से रख रहीं बॉलीवुड में कदम, विक्रांत मैसी के साथ जमेगी जोड़ी
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी
दूध से नहाकर आपको मिल सकती है चमकती हुई त्वचा, जानिए ऐसा करने के मुख्य लाभ
प्राथमिक शिक्षकों को मिले नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ विधानसभा को दिए कुछ और तोहफे

दो दिन से लगातार हो रही बारिश से जोशीमठ में आपदा प्रभावितों की बढ़ी मुश्किलें, दरारों में पानी घुसने से बढ़ा भूंधसाव का खतरा

जोशीमठ। दो दिन से हो रही वर्षा से आपदा प्रभावितों की मुश्किल बढ़ सकती हैं। जोशीमठ में वर्षा से दरारों में पानी घुसा है, जिससे भूंधसाव का खतरा बढ़ा है। आपदा प्रभावित जोशीमठ में जिन पत्थरों पर टेक लगाए गए थे, उनमें से सिंहधार पर लगे शिलाओं के टेक भी ढीले हो गए हैं। आपदा प्रभावित जोशीमठ में जगह-जगह दरारें पड़ी हैं। भूंधसाव से 868 भवनों पर दरारें पड़ी हुई हैं, हालांकि प्रशासन ने रेड जोन में स्थित सभी प्रभावितों से मकान खाली करवा दिए हैं। लेकिन हालिया वर्षा से कई मकानों की दरारें चौडी हुई हैं।

जोशीमठ के सिंहधार, मनोहर बाग, छावनी बाजार सहित अन्य जगहों पर भवनों में दरारें चौड़ी होने की शिकायतें हैं। बताया कि सिंहधार में जिस शिला पर टेक लगाकर रोका है, उसके वहां भूंधसाव से तीन टेक ढीले हुए हैं। मनोहर बाग निवासी कमल रतूड़़ी का कहना है कि जोशीमठ में भूंधसाव लगातार जारी है। उनका कहना है कि सिंहधार की शिला में तीन टेक ढीले हुए हैं तथा इस शिला के नीचे भूंधसाव बढ़ा है। होटल मलारी इन के नीचे रहने वाले आपदा प्रभावित देवेंद्र सिंह का कहना है कि उनका मकान पूरी तरह आपदा से क्षतिग्रस्त है। इस जगह पर दोनों होटलों को डिस्मेंटल कर दिया है, लेकिन अभी भी मलारी इन व माउंट ब्यू होटल के नीचे भूंधसाव जारी है और भवनों में दरारें बढ़ी हैं।

जोशीमठ के ढाक में बनाए गए 15 प्री फेब्रिकेटड हट बनकर तैयार हैं, हालांकि इन पर अभी पानी का कनेक्शन नहीं लगा है। प्रशासन टैंकरों से इन हट को पानी सप्लाई करेगा। पानी की लाइन अभी बनाई जानी बाकी है। इन हट के आवंटन के लिए आपदा प्रभावितों को प्रशासन ढाक का निरीक्षण भी करा रहा है। कई आपदा प्रभावित हट को देखकर भी आ गए हैं। हालांकि अभी ये हट आपदा प्रभावितों के लिए आवंटित होने शेष हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top