उदयपुर। दुनिया की सबसे अधिक ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। इसके लिए 1681 करोड़ रुपये की राशि जारी हो चुकी है। यह राशि भारत सरकार ने जारी की है। समुद्र तल से 16,580 फीट की ऊंचाई पर शिंकुला दर्रे पर टनल का निर्माण होगा। इस टनल की लंबाई 4.1 किलोमीटर होगी। यह टनल सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इस टनल के जरिये पाकिस्तान और चीन सीमा तक भारतीय जवानों की पहुंच आसान हो जाएगी। बीआरओ महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने शनिवार को मनाली-लेह, दारचा-शिंकुला मार्ग पर दीपक परियोजना और संगठन के योजक की ओर से निष्पादित सड़क कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अटल टनल रोहतांग में हो रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया।
कहा कि शिंकुला टनल सभी मौसम में लद्धाख के जांस्कर, निमो, पदुम को हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले को जोड़े रखेगी। सीमा सड़क संगठन देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, सुरंगों और हवाई अड्डों का निर्माण करने वाला एक प्रमुख संगठन है। वहीं, मनाली से शिंकुला दर्रे के रास्ते में महानिदेशक ने बीआरओ की ओर से किए जा रहे सड़क कार्यों की सराहना की और बीआरओ कर्मयोगियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए, जिन्होंने 25 मार्च को रिकॉर्ड समय सीमा में शिंकुला दर्रा यातायात के लिए बहाल किया है। बारालाचा दर्रे को भी इस वर्ष रिकॉर्ड समय में बहाल किया है। उन्होंने स्नो कटर और भारी मशीनरी के संचालकों से भी बातचीत की, जिन्होंने सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दर्रों पर बर्फ हटाने के अभियान का नेतृत्व किया।