हरिद्वार। प्रदेश सरकार हरकी पैडी गलियारा तैयार करने के लिए उन कंपनियों से संपर्क साधेगी, जिन्होंने काशी विश्वनाथ और उज्जैन के महाकाल मंदिर गलियारा बनाया है। सरकार हर की पैड़ी प्रोजेक्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत तैयार कराएगी। इसके लिए सरकार सीएसआर से फंड जुटाएगी। बता दें कि हरिद्वार, रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) ने हर की पैड़ी का नया गलियारा बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
इस प्रस्ताव पर प्रदेश मंत्रिमंडल अपनी सैद्धांतिक स्वीकृति दे चुका है। यह गलियारा कनखल, सती कुंड, संन्यास मार्ग, भूपतवाला को शामिल करते हुए बनाया जाना प्रस्तावित है। अभी सरकार को यह तय करना है कि इस परियोजना का काम कौन सा विभाग करेगा। वैसे प्रस्ताव आवास विभाग की ओर से शासन को प्राप्त हुआ है, लेकिन जरूरी नहीं कि निर्माण एजेंसी आवास विभाग ही हो। यह काम लोनिवि या पर्यटन विभाग में से किसी अन्य संस्था को दिया जा सकता है।
सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक, हर की पैड़ी गलियारा बनाने के लिए सरकार उज्जैन और काशी विश्वनाथ गलियारा बनाने वाली कंपनियों से भी संपर्क करेगी। यह कार्य बदरीनाथ-केदारनाथ में पुनर्निर्माण का कार्य कर रही कार्यदायी एजेंसी भी कर सकती है लेकिन इसके लिए बाकायदा निविदा की जाएगी। सरकार इस परियोजना के लिए सीएसआर से फंड जुटाएगी। परियोजना का निर्माण पीपीपी योजना के तहत होगा।