Breaking News
क्या आप भी रहते हैं मुंह के छालों से परेशान, तो इन घरेलू नुस्खों की मदद से पा सकते हैं आराम 
कार्यस्थल पर महिला कर्मचारियों का किया उत्पीड़न तो होगी कड़ी कार्रवाई- कुसुम कण्डवाल
आईपीएल 2025 का आज से होने जा रहा आगाज, पहले मुकाबले में केकेआर से भिड़ेगी आरसीबी
मुख्यमंत्री धामी ने इण्डो नेपाल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला तथा पर्यटन महोत्सव में किया प्रतिभाग
विधानसभा और ब्लॉक स्तर पर बहुद्देशीय शिविरों का बड़े स्तर पर किया जाए आयोजन- मुख्यमंत्री धामी 
सूबे में नैक ग्रेडिंग के आधार पर पुरस्कृत होंगे उच्च शिक्षण संस्थान
प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई – गृह मंत्री अमित शाह
चिलचिलाती धूप अब नहीं हो पा रही सहन, लोग लेने लगे पंखे और कूलर का सहारा 
जाति, जन्म स्थान और निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का कार्य कर रही संतोष भंडारी

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस मनाया गया

देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्प्ताल के मनोरोग विभाग की ओर से शनिवार को विश्व सिज़ोफ्रेेनिया दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मेडिकल छात्र-छात्राओं ने पोस्टर बनाकर मानसिक स्वास्थ्य से जुडे़ विभिन्न विषयों को रेखांकित किया व जनजागरूकता की अलख जगाई। सेलीब्रेटिंग दि पाॅवर ऑफ कम्यूनिटी काइंडनेस थीम पर आयोजित प्रतियोगिता में 35 मेडिकल छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। उत्कृष्ट पोस्टर बनाने वाले नर्सिंग की छात्रा प्रिया, झिलमिल एवम् आकांक्षा को एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज के प्राचार्य डाॅ आर.के वर्मा ने पुरस्कृत किया। शनिवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में विश्व सिज़ोफ्रेेनिया दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज के प्राचार्य डाॅ आर. के. वर्मा व मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ शोभिग गर्ग ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओ ने अलग अलग कार्यक्रम प्रस्तुत गए।

काबिलेगौर है कि दुनियाभर में सिज़ोफ्रेेनिया बीमारी के मरीज़ बढ़ रहे हैं। इस बीमारी के प्रभाव की वजह से मरीज़ अपने आप में बडबड़ाना, सोचने समझने व व्यवहार के तरीके में बदलाव आ जाता है। मरीज़ में शक करने की प्रवृति बढ़ जाती है व अपने आप में बड़बडाता रहता है व तरह तरह के भ्रम करने लगता है। विशेषज्ञों ने जोर देकर कहा कि सिज़ोफ्रेेनिया का उपचार सम्भव है। मरीज़ के परिवारजनों का दायित्व है कि वे कुशल मनोचिकित्सक से राय लेकर मरीज़ का उपचार करवा सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान मानसिक रोगियों को भी इस मुहिम में जोड़ा गया। मनोरोग विशेषज्ञों ने विभिन्न माॅडल्स व जानकारियों क माध्यम से मानसिक रोगों व उनके उपचार के प्रति जागरूक किया।

प्राचार्य डाॅ आर.के वर्मा ने छात्र-छात्राओं का प्रोत्साहन किया व मानसिक रोगों के आधुनिक उपचार के बारे में महत्वपूर्णं जानकारियां सांझा की। डाॅ शोभित गर्ग ने कहा कि देश दुनिया में मानसिक रोगों के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं। मानसिक मरीजों व उनके परिवार के सदस्यों को मानसिक बीमारी के लक्षण और उसकी रोकथाम के उपयों के बारे में सजग रहना चाहिए। उन्होनंे मानसिक रोगों से बचाव व रोकथाम के महत्वपूर्णं टिप्स दिए। उन्होनंे कहा कि आम दिनचर्या में थोड़ा परिवर्तन लाकर मानसिक रोगों के चक्र को तोड़ा जा सकता है।

इस अवसर पर आयोजित पोस्ट प्रतियोगिता में डाॅ रोबिना मक्कड़, डाॅ डोरछम ख्राइम, डाॅ निधि जैन श्रीमती रेचल प्रसाद ने जज की भूमिका निभाई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top