देहरादून। परिवार के साथ कार से दिल्ली जा रहे परिवहन मंत्री चंदन रामदास अचानक आइएसबीटी के औचक निरीक्षण को पहुंच गए। इस दौरान वहां की बदहाली देख उनका पारा चढ़ गया। परिवहन मंत्री ने न केवल बस अड्डे के सुधार के लिए चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया, बल्कि परिवहन निगम की बसों में जाकर यात्रियों से बातचीत भी की।
मंत्री ने आइएसबीटी के दुकानदारों से भी बातचीत की और बस सेवा व सुविधा का फीडबैक लिया। उन्होंने पूरे परिसर का भ्रमण कर टिकट काउंटर पर बैठे कार्मिकों से भी बातचीत की। उन्होंने आइएसबीटी में यात्रियों के बैठने, पेयजल व स्वच्छता समेत शौचालय की व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत समस्त व्यवस्था दुरुस्त रखी जाएं। कहा कि एक हफ्ते के अंदर यात्रियों को बैठने के लिए बैंच की व्यवस्था की जाए।
पेयजल आपूर्ति बाधित न हो व शौचालय में पर्याप्त स्वच्छता रहे। यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत सभी जानकारी बोर्ड पर चस्पा की जाएं। बुजुर्गजन को आवागमन के लिए कोई परेशानी न हो। परिवहन निगम के स्टाफ विश्राम कक्ष में मिली अव्यवस्था पर परिवहन मंत्री ने कहा कि चालक सैकड़ों किमी बस चलाने के बाद आते हैं और अगर उन्हें आराम ही नहीं मिलेगा तो वह दोबारा बस कैसे लेकर जाएंगे।
विश्राम कक्ष में पलंग की संख्या बढ़ाने और उन पर गद्दे लगाने के निर्देश दिए। टिकट मशीन रूम दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि एमडीडीए की ओर से बस अड्डे का सुधार कराया जा रहा। इसके निर्माण कार्य की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के पास है। मंत्री ने निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखने को कहा।
आइएसबीटी के बाहर डग्गामार वाहनों के संचालन पर मंत्री ने नाराजगी जता परिवहन अधिकारियों को संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि अगर उन्हें डग्गामार वाहन संचालित होते दिखे तो अधिकारी नपेंगे। मंत्री ने बस अड्डे पर अधिकारियों से चारधाम यात्रा को लेकर चल रही तैयारी की जानकारी भी ली। अधिकारियों ने बताया कि निगम की ओर से पहले चरण में 100 बसें यात्रा में लगाई जाएंगी। इसके बाद आवश्यकता के अनुसार रिजर्व में रखीं गई 250 बसों से यात्रा के लिए बसें उपलब्ध कराई जाएंगी।
कुछ चालकों के नशे में बस संचालन की शिकायत पर परिवहन मंत्री ने कहा कि चालक की ब्रीथ एनेलाइजर (शराबी चालकों को पकड़ने का संयंत्र) से चेकिंग की जाए। अधिकारियों को निर्देश दिए कि ब्रीथ एनेलाइजर की खरीद की जाए। बस चलने से पूर्व चालक व परिचालक का इससे टेस्ट कराया जाए। बस व्यवस्था की नियमित शीट बनाने का निर्देश भी दिया।