Breaking News
केनेथ कौंडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भारतीय तस्कर गिरफ्तार, सोने की मिली 7 ईंटें
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार पूरी तरह से भ्रम की स्थिति कर रही पैदा – कांग्रेस 
क्या आप भी रात में देर से करते है भोजन? तो हो जाए सावधान, बढ़ सकता है बीमारियों का खतरा 
सीएम की प्ररेणा से शहर के प्रमुखतम चौक चौराहे, व घंटाघर आधुनिक परम्परागत सौन्दर्यीकरण की ओर
अधिकारी पूरी तत्परता से राहत कार्य करें संचालित – सीएम योगी
आईपीएल 2025 – पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच मुकाबला आज 
प्रदेश में आज बदलेगा मौसम, ओलावृष्टि और झोंकेदार हवाओं का ऑरेंज अलर्ट जारी
संसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार की ऐतिहासिक बाण गंगा नदी में चलाया सफाई अभियान
पावर स्टार पवन कल्याण की आगामी फिल्म ‘हरि हर वीरा मल्लू’ की शूटिंग हुई शुरू

कर्ज में डूबे पाकिस्तान पर अब नया खतरा, रहस्यमय बीमारी से 18 लोगों की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कराची के केमारी इलाके में एक रहस्यमय बीमारी से 14 बच्चों समेत 18 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान के इस दक्षिणी बंदरगाह शहर में स्वास्थ्य अधिकारी अभी भी मौत के कारणों का पता नहीं लगा पाए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक अब्दुल हमीद जुमानी ने इसकी पुष्टि की कि केमारी के मावाच गोथ इलाके में 10 से 25 जनवरी के बीच रहस्यमयी बीमारी से 14 बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई।

अब्दुल हमीद जुमानी ने कहा, इन मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए एक स्वास्थ्य टीम अभी काम कर रही है, लेकिन हमें संदेह है कि यह समुद्र या पानी से संबंधित हो सकता है क्योंकि गोथ (गांव) जहां ये मौतें हुई हैं, वह तटीय क्षेत्र के बेहद करीब है। मावाच गोथ एक झुग्गी बस्ती क्षेत्र है जहां के लोग ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर या मछुआरे हैं। जुमानी ने कहा कि मृतकों के परिजनों ने पुष्टि की थी कि मरने से पहले उनके परिजनों को तेज बुखार, गले में सूजन और सांस लेने में तकलीफ हुई थी।

अधिकारी ने कहा, कुछ लोगों ने यह भी शिकायत की है कि पिछले दो हफ्तों में क्षेत्र में एक अजीब सी गंध आ रही है। केमारी के उपायुक्त मुख्तार अली अब्रो ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में एक फैक्टरी मालिक को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उन्होंने कहा कि हमने राज्य की पर्यावरणीय एजेंसी को बुलाया था जिसने इस क्षेत्र में संचालित तीन फैक्टरी से नमूने एकत्र किए।

सिंध केंद्र (रासायनिक विज्ञान) के प्रमुख इकबाल चौधरी ने कहा कि उन्होंने फैक्टरियों से सोयाबीन के कुछ नमूने एक्तर किए हैं और उन्हें लगता है कि मौत का कारण सोया एलर्जी भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि हवा में सोयाबीन के धूल के कण भी गंभीर बीमारियों और मौतों का कारण बन सकते हैं और वायु प्रदूषण और मौसम एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। चौधरी ने कहा कि हम अभी किसी तय नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं और नमूनों की जांच की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top