इंदौर। गत दिवस विजयनगर के कुछ लोग पलासिया स्थित सांसद कार्यालय गए थे मच्छरों की शिकायत लेकर। सांसद थे नहीं, इसीलिए इंतजार करना पड़ा। कुर्सी पर बैठकर इंतजार करना भारी पड़ गया। कुछ देर खड़े होकर टहलना पड़ा। स्टाफ ने जब समस्या पूछी तो रहवासियों ने जवाब दिया कि आए तो हम मच्छरों की शिकायत लेकर थे, इसीलिए यहां के मच्छर बैठने नहीं दे रहे। यह व्यंग नहीं। वास्तविक पीड़ा है। लोग मच्छरों के आतंक से परेशान हैं।
नगर निगम पे कोविड संक्रमण के दौरान फॉगिंग के लिए जो मशीनें खरीदी थी, उनका फॉग चल नहीं रहा है। चल भी रहा है तो जहां नेताओं और उनके समर्थकों की भव्य कोथ्ठयां हैं। या फिर फॉगिंग असरकारक नहीं है। मच्छरों का आतंक इतना है कि गर्मी के सीजन में भी लोग सडक़ और बगीचे में टहलने से बच रहे हैं। डेंगू व मलेरिया समेत अन्य संक्रामक रोगों को लेकर लोग आशंकित हैं। दिन में बारीक मच्छर आंखों में चुभन दे रहे हैं। हैरत की बात यह है कि लगातार छह साल से स्वच्छता का सर्वेक्षण में नम्बर-वन आ रहे मप्र के सबसे स्मार्ट शहर इंदौर में नगर निगम के पास पिद्दी-जिद्दी मच्छरों से निपटने की कोई रणनीति नहीं है। पूरा अमला बेबस है। हर जोन के लिए खरीदी गई धुंआ करने वाली फॉगिंग मशीनें हैं, लेकिन कहां? पता नहीं।
इन मशीनों का कोन और कहां इस्तेमाल कर रहा है, पता नहीं? जाने कहां मच्छर भाग रहे हैं? शहरवासियों को तो यह नजर नहीं आ रही। बाजार में मॉस्किटो रेपलेंट कॉइल और क्रम से लेकर मच्छरदानियों तक की डिमांड दोगुनी बढ़ चुकी है। बारीक मच्छरों को लेकर अजब स्थिति है। गत दिवस संभागायुक्त कार्यालय में एक एडवोकेट ने अपने चेहरे के सामने जोर से हाथ हिल जाते हुए कहा कि सुबह से ऐसा लग रहा है कि मच्छरों को मैं ही दिख रहा हूं। आंखों में आ रहे हैं। मुंह में जा रहे हैं। परिसर में बगीचे की रेलिंग से टिककर खड़े हैं लेकिन आपकी बात सुनकर लगा कि वाकई समस्या बड़ी है। पुदेने का रस या तेल निकाल लें और उस रस को घर के सभी कोनों में छिडक़ें, मच्छर उसकी खूशबू की वजह से घर में ज्यादा देर नहीं रह पाएंगे। लहसुन की कुछ कलियों को मसल लें और उसे पानी में उबालें। अब इस स्प्र की बोतल में भरकर पूरे कमरे में छिडक़ दें। ऐसा करने से सभी मच्छर यहां से भाग जाएंगे।
नारियल के तेल और नीम को बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें और इसी शरीर पर क्रीम की तरह लगा लें। इससे मच्छर आपके पास भटकेंगे नहीँ। इसका असर आठ घंटे तकरहता है। कमरे में कपूर जलाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। जब आप कमरे में वापस लौटकर आएंगे तो आपको कमरे में एक भी मच्छर नहीं मिलेगा। नींबू के रस और नीलगिरी का तेल की बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। जब इसे शरीर पर क्रीम की तरह लगा लें। इसकी महक से मच्छर आपके आस पास नहीं भटकेंगे। तुलसी के पौध्ेा को कमरे की खिडक़ी या दरवोज के पास रख दें। तुलसी मच्छरों को घर में प्रवेश करने से रोकती है।